प्रबन्ध सूचना प्रणाली की तकनीकों का आशय उन साधनों से है जिनका उपयोग सूचना प्रणाली में सूचनाएँ प्रदान करने हेतु किया जाता है। इस प्रणाली हेतु निम्नलिखित तकनीकों का उपयोग किया जाता है:
- बजट (Budget): व्यवसाय के लिए विभिन्न प्रकार के बजट बनाये जाते हैं, यथा -आय-व्यय बजट, उत्पादन बजट, क्रय बजट, विक्रय बजट, रोकड़ बजट आदि। विभिन्न बजटों से विभिन्न प्रकार की सूचनाएँ उपलब्ध होती हैं।
- सांख्यिकीय सूचनाएँ (Statistical Informations): व्यवसाय की भावी योजनाओं केनिर्माण हेतु व निर्णयन एवं नियन्त्रण के लिए अनेक प्रकार की सांख्यिकीय सूचनाओं की अवश्यकता होती है जो विभिन्न प्रकाशित एवं अप्रकाशित स्रोतों से प्राप्त की जाती हैं।
- लागत प्रतिवेदन (Cost Reports): व्यवसाय के विभिन्न विभागों तथा उत्पादों के सम्बन्ध में विभिन्न प्रतिवेदन तैयार किये जाते हैं, यथा उत्पादन लागत प्रतिवेदन, विभागीय लागत प्रतिवेदन आदि। इन प्रतिवेदनों से प्रबन्धकों को लागत सम्बन्धी सूचनाएँ उपलब्ध करवायी जाती हैं।
- अन्तिम खाते (Final Accounts): प्रत्येक लेखा वर्ष के अन्त में उपक्रम का व्यापार खाता, लाभ-हानि खाता एवं स्थिति विवरण तैयार किए जाते हैं। इनसे भी विभिन्न प्रकार की सूचनाएँ प्रबन्धकों को प्राप्त होती हैं। अतः अन्तिम खाते भी सूचनाओं के महत्त्वपूर्ण स्रोत माने जाते हैं।
- कोष प्रवाह एवं रोकड़ प्रवाह विवरण (Funds Flow and Cash Flow statements) : प्रत्येक व्यवसाय हेतु कोष प्रवाह एवं रोकड़ प्रवाह विवरण तैयार किये जाते हैं। इन विवरणों के माध्यम से अनेक महत्त्वपूर्ण सूचनाएँ प्राप्त हो सकती हैं।
- अनुपात विश्लेषण (Ratio Analysis): अन्तिम लेखों की सहायता से अनुपात ज्ञात करके उनका प्रयोग प्रबन्धकों द्वारा महत्त्वपूर्ण निर्णयों में किया जा सकता है।
- अन्य प्रविधियाँ (Other Techniques) उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य अनेक प्रतिवेदनो तथा विवरणों का उपयोग प्रबन्ध सूचना प्रणाली हेतु किया जाता है। उदाहरण के लिए दैनिक उत्पादन विवरण, दैनिक कच्चा माल उपभोग विवरण, दैनिक मशीन उपयोग विवरण, स्कन्ध विवरण आदि का उपयोग प्रबन्ध सूचना प्रणाली के लिए किया जा सकता है।
प्रबन्ध सूचना प्रणाली की तकनीकें पूरा हो गया