- श्रम श्रम को उत्पादन का सबसे महत्वपूर्ण साधन माना गया है। यही एकमात्र उत्पादक साधन है और उत्पादन लागत में केवल श्रम लागत ही शामिल होती है।
- समान श्रम यह स्वीकार किया गया है कि समस्त श्रम एक समान होता है अर्थात् समस्त श्रमिक समान श्रेणी के होते हैं।
- मुद्रा की उपेक्षा रिकार्डो ने मुद्रा के अस्तित्व की उपेक्षा की है और उत्पादन लागत पर मूल्य के श्रम सिद्धान्त के रूप में विचार किया है।
- दो देश तथा दो वस्तुएँ इरा सिद्धान्त में केवल दो देशों के मध्य दो वस्तुओं में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार होने की ही कल्पना की गई है।
- साधनों की गतिशीलता सिद्धान्त की यह भी मान्यता है कि उत्पादन के साधन देश के अंदर पूर्णरूप से गतिशील हैं किन्तु दो देशों के मध्य पूर्णरूप से अगतिशील है।
- उत्पति समता नियम यह माना गया है कि दोनों देशों में उत्पादन उत्पत्ति समता नियम (Law of Consant Retun) के अन्तर्गत होता है, अर्थात् वस्तुओं के उत्पादन को बढ़ाने या घटाने पर लागत समान रहती है।
- परिवहन व्यय यह माना है कि वस्तुओं के हस्तान्तरण की लागत नहीं होती। इस प्रकार परिवहन लागत की उपेक्षा की गयी है।
- स्वतंत्र व्यापार अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार पर कोई प्रतिबन्ध नहीं होता है।
- स्थायी साम्य दोनों देशों में स्थायी साम्य की स्थिति है तथा व्यापार चक्री (Trade Cycles) का अभाव है।
- देशों की आर्थिक स्थिति व वस्तुओं का मूल्य यह भी माना गया है कि दोर्ना देश समान आर्थिक स्थिति वाले है और उनके मध्य व्यापार समान आर्थिक मूल्य वाली वस्तुओं में हो रहा है।
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