दिसम्बर 1991 में यूरोपीय संघ से सम्बन्धित जिस मास्ट्रिख्ट संधि पर 12 यूरोपीय देशों ने हस्ताक्षर किया था, वह 1 नवम्बर 1993 से विधिवत् लागू हो गयी है।
यूरोपीय संघ (European Union – EU) एक राजनीतिक और आर्थिक संगठन है, जिसमें वर्तमान में 27 यूरोपीय देश शामिल हैं। इसकी स्थापना 1993 में मास्ट्रिख़ संधि के तहत हुई थी, जिसका उद्देश्य सदस्य देशों के बीच शांति, स्थायित्व, आर्थिक सहयोग और मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना है। EU का मुख्यालय बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में स्थित है। यह एकल मुद्रा यूरो, साझा नीतियां (जैसे पर्यावरण, न्याय, कृषि) और खुली सीमाओं की सुविधा प्रदान करता है। यूरोपीय संघ विश्व मंच पर एक मजबूत आर्थिक और कूटनीतिक शक्ति के रूप में कार्य करता है, जो लोकतंत्र, मानवाधिकार और कानून के शासन को बढ़ावा देता है।
मास्ट्रिख्ट संधि के तहत इस शताब्दी के अंत तक संयुक्त विदेश नीति और सुरक्षा नीति के अतिरिक्त साझा मुद्रा, नशीली औषधियों, अपराध एवं आव्रजन जैसे विषयों के अतिरिक्त विधि, चिकित्सा एवं संस्कृति जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग की व्यवस्था है।
- 4 मई, 1994 को यूरोपीय संसद ने एक प्रस्ताव पारित करके यूरोपीय संघ की सदस्य ‘संख्या 12 से बढ़ाकर 16 कर दी है। इसके नए सदस्य है आस्ट्रिया, फिनलैण्ड, नार्वे, और स्वीडन । इम देशों के संघ में शामिल होने की प्रक्रिया में यह पहला कदम है। 567 सदस्यीय यूरोपीय संसद विभिन्न प्रकार के विधेयकों में संशोधन करेगी, और 77 अरब डॉलर के बजट का नियंत्रण करेगी, वह यूनियन की कार्यकारिणी में होने वाली नियुक्तियों पर भी वीटो कर सकती है।
- यूरोपीय संसद वर्ष 1999 तक सदस्य देशों के लिए साझा विदेश नीति और एक ही मुद्रा विकसित करके उन्हें नजदीक लाने का प्रयास कर रही है। उधर ऑस्ट्रिया के लोगों ने एक. जनमत संग्रह में यूरोपीय संघ में शामिल होने के प्रस्ताव का समर्थन कर दिया है। ऑस्त्रिया अब 1 जनवरी, 1995 से यूरोपीय संघ का पूरी तरह सदस्य बन गया है।
- द्वितीय विश्वयुद्ध के उपरांत से ही यूरोप में राजनीति और आर्थिक एकीकरण की भावना विकसित होने लगी थी। इसी के फलस्वरूप 1948 में ‘यूरोपीय आर्थिक सहयोग संग की स्थापना हुई जिसने यूरोपीय देशों में व्यापार को पुनर्जीवित कर उनमें सहयोग स्थापित किया। इसके बाद भुगतान और साख सुविधा को बहुपक्षीय आयाम प्रदान करने के लिए 1950 में यूरोपीय भुगतान संध की स्थापना की गई।
- 1952 में ‘यूरोपीय कोयला और इस्पात समुदाय की स्थापना हुई जिसके सदस्य जर्मनी, इंटला, फ्रांस, बेल्लियम, नीदरलैण्ड और लक्जमबर्ग थे। इन संघों के सुखद अनुभव ने ही एक विस्तृत आर्थिक संघ के रूप में ‘यूरोपीय आर्थिक समुदाय की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया। मार्च 1957 की रोम संधि द्वारा इसकी स्थापना की गई।
यूरोपीय कोयला और इस्पात समुदाय के सदस्य इसके संस्थापक देश है। 1973 में इंग्लैण्ड, आयरलैण्ड और डेनमार्क द्वारा तथा बाद में यूनान, पुर्तगाल और स्पेन द्वारा समुदाय की सदस्यता ग्रहण कर लेने के बाइ इसकी सदस्य संख्या 12 हो गई ।
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