Close Menu
  • Home
  • Collage Study
  • News
  • Contact Us
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
Facebook X (Twitter) Instagram
Facebook X (Twitter) Instagram Vimeo
COLLAGE STUDY
Subscribe Login
  • Home
  • Collage Study
  • News
  • Contact Us
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
COLLAGE STUDY
  • Home
  • Collage Study
  • News
  • Contact Us
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
Home»Collage Study»ऋण एवं अग्रिम
Collage Study

ऋण एवं अग्रिम

adminBy adminJune 16, 2025Updated:June 16, 2025No Comments3 Mins Read
Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp VKontakte Email
ऋण एवं अग्रिम
#collagestudy #educaion #study
Share
Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

ऋण एवं अग्रिम (Loans & Advances): किसी भी बैंक में सम्पति पक्ष की और की यह सबसे महत्वपूर्ण मद है क्योंकि बैंकों का सबसे प्रमुख कार्य उधार देना ही हैं। बैंक सामान्यतः नकद साख, अध विकर्ष व बिलों की कटौती के रूप में साख सुविधाएं उपलब्ध करवाते हैं। इस मद की जाँच करते समय अंकेक्षक को निम्न कदम उठाने चाहिए:-

  1. अंकेक्षक को यह देखना चाहिए कि बैंकिंग नियमन अधिनियम को धारा 21 के अन्तर्गत वर्णित ऋण का उद्देश्य, ऋण की अधिकतम सीमा मूल्यांकन व ब्याज की दर से सम्वन्धित नियमों का पालन किया गया है या नहीं। प्रत्येक ऋण का उचित तरीके से शर्तों का पालन करते हुए सक्षम अधिकारी द्वारा स्वीकृत किया गया है या नहीं साथ ही यह भी देखना चाहिए इस अधिनियम की तृतीय अनुसूची के अनुसार इनका वर्गीकरण किया गया है या नहीं। यदि रिजर्व बैंक ने किसी बैंक या सभी बैंर्को के लिए कुछ मार्गदर्शक नीति बनाई है तो उनका भी पालन किया गया है।
  2. अंकेक्षक को इस बात की जाँच करनी चाहिए कि बैंक द्वारा जो जमानती ऋण दिये गये है उनकी जमानत के रूप में रखी अंचल संपति का बैंक के नाम हस्तान्तरण हुआ है या नहीं। इन सम्पत्तियों के स्वामित्व की जाँच करनी चाहिए।
  3. जो ऋण बैंक द्वारा जीवन पॉलिसी या किसी प्रकार की चल संपति की जमानत पर दिये जाते हैं, इन पर स्वामित्व तो बैंक का हो जाता है परन्तु ये प्रत्येक ग्राहक के नियंत्रण में या संग्रहालय में ही है। ऐसी सम्पति के बेचान पत्रों एवं वास्तविक मूल्य की जाँच के साथ-साथ उसका आकस्मिक निरीक्षण भी करना चाहिए।
  4. जमानत पर रखी सम्पति का मूल्य ऋण की राशि के अधिक होना चाहिए।
  5. अंकेक्षक को इस बात की गहन जाँच करनी चाहिए कि बैंक द्वारा दिया प्रत्येक ऋणवसूली योग्य है या नहीं। यदि कोई ऋण खाता ऐसा है जिसमें ब्याज या मूलधन की किश्तें समय पर नहीं आ रही है या असामान्य रूप से बकाया चल रही है तो, इसे गहनता से जाँचना चाहिए। जिन खातों के सम्बन्ध में शाखा अंकेक्षक के विपरीत रिपोर्ट प्रस्तुत की है, बैंक ने ऋण की वसूली हेतु ऋणी के खिलाफ क्या कानूनी कार्यवाही की है, यह भी देखना चाहिए।
  6. ऋणों एवं अग्रिमों के निम्न प्रकार से वर्गीकरण के सम्बन्ध में सूचना देनी चाहिए।
    • ऐसे संदेहजनक ऋण, जिनके लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
    • बैंक के अधिकारियों, संचालकों व प्रबन्धकों द्वारा वर्ष में किसी भी समय देय ऋण की अधिकतम राशि।
    • ऐसी संस्थाओं द्वारा देय ऋण जिनमें बैंक के संचालकों व अधिकारियों का न किसी रूप में हित है।
    • अन्य बैंकिंग कम्पनियों में बकाया राशि।
    • अग्रिम का निष्पादित सम्पत्तियों एवं गैर निष्पादित सम्पत्तियों (Non Performing Assets) के रूप में वर्गीकरण किया गया है। एक सम्पत्ति गैर निष्पादित तब बन जाती है जब उससे प्राप्य आय एवं निर्दिष्ट अवधि के लिए बैंक को प्राप्त नहीं होती है। इससे अवधि ऋण, नगद साख अधिविकर्ष आदि सम्मिलित होते हैं।
  7. भुनाये गये और क्रय किये गये बिर्ला (Bills discounted and purchased) के सम्बन्ध में निम्नलिखत सूचनायें देनी चाहिये :-
    • किसी भी पक्षकार के सीमा से अधिक (Excess of limits) भुनाये गये बिल।
    • किसी खाते से बार-बार लौटाने वाले बिल।
    • ऐसे बिल जो कि परिपक्व हो गये है, किन्तु समायोजित नहीं किये गये है।
    • ऐसे बिलों से पुराने बकाया शेष।
    • स्वयं के लिए काटे गये बिल या सहयोगी संस्थाओं के लिए काटे गये बिल।
CBSE collage Collage study Collagestudy Delhi University Education Matsayauniversity Nalanda University NCERT Open University Rajasthan University Rrb Study Vmou Kota
Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email
Previous Articleसामाजिक अंकेक्षण की विधियाँ
admin
  • Website

Related Posts

सामाजिक अंकेक्षण की विधियाँ

June 16, 2025

प्रमुख सामाजिक घटक

June 16, 2025

राष्ट्रीय बैंकों का अंकेक्षण

June 16, 2025

सामाजिक अंकेक्षण का अर्थ

June 15, 2025
Leave A Reply Cancel Reply

Years : Archives

Subscribe to Updates

Get the latest creative news from FooBar about art, design and business.

Categories
  • Accountancy (13)
  • Banking (2)
  • Collage Study (96)
  • Education (25)
  • M.COM Previous (13)
  • Management (7)
  • Marketing (10)
  • News (2)
  • Uncategorized (13)
Recent Posts
  • ऋण एवं अग्रिम
  • सामाजिक अंकेक्षण की विधियाँ
  • प्रमुख सामाजिक घटक
  • राष्ट्रीय बैंकों का अंकेक्षण
  • सामाजिक अंकेक्षण का अर्थ
Social Follow
  • Facebook
  • Pinterest
  • Instagram
  • YouTube
  • Telegram
  • WhatsApp
Calendar
June 2025
M T W T F S S
 1
2345678
9101112131415
16171819202122
23242526272829
30  
« May    
Tops List
Collage Study
ऋण एवं अग्रिम
By adminJune 16, 20250

ऋण एवं अग्रिम (Loans & Advances): किसी भी बैंक में सम्पति पक्ष की और की…

सामाजिक अंकेक्षण की विधियाँ

June 16, 2025

प्रमुख सामाजिक घटक

June 16, 2025

राष्ट्रीय बैंकों का अंकेक्षण

June 16, 2025
Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
  • Home
  • Collage Study
  • News
  • Contact Us
  • About Us
  • Disclaimer
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions
© 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

Sign In or Register

Welcome Back!

Login to your account below.

Lost password?